Friday 31 January 2014

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा (जनसंख्या के आधार पर) राज्य है। लखनऊ प्रदेश की प्रशासनिक व विधायिक राजधानी है और इलाहाबाद न्यायिक राजधानी है। प्रदेश के अन्य महत्त्वपूर्ण शहर हैं आगरा, अलीगढ, अयोध्या, बरेली, मेरठ, वाराणसी( बनारस), गोरखपुर, गाज़ियाबाद, मुरादाबाद, सहारनपुर, फ़ैज़ाबाद, कानपुर। इसके पड़ोसी राज्य हैं उत्तरांचल, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार। उत्तर प्रदेश की पूर्वोत्तर दिशा में नेपाल देश है।
       सन २००० में भारतीय संसद ने उत्तर-प्रदेश के उत्तर पश्चिमी (मुख्यतः पहाड़ी) भाग से उत्तरांचल राज्य का निर्माण किया। उत्तर प्रदेश का अधिकतर हिस्सा सघन आबादी वाले गंगा और यमुना के मैदान हैं। करीब १६ करोड़ की जनसंख्या के साथ उत्तर प्रदेश केवल भारत का अधिकतम जनसंख्या वाला प्रदेश ही नहीं बल्कि विश्व की सर्वाधिक आबादी वाली उप राष्ट्रीय इकाई है। विश्व में केवल पांच राष्ट्र चीन, स्वयं भारत, संयुक्त अमरीका, इंडोनिशिया और ब्राज़ील की जनसंख्या उत्तर-प्रदेश की जनसंख्या से अधिक है।
उत्तर प्रदेश भारत के उत्तर मे स्थित है। यह राज्य उत्तर मे नेपाल, तिब्बत दक्षिण में मध्य प्रदेश, पश्चिम में हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान तथा पूर्व मे बिहार से घिरा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है। यह राज्य २,३८,५६६ वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल मे फैला हुआ है यहाँ का मुख्य न्यायालय इलाहाबाद मे है। झांसी, लखीमपुर खीरी, वाराणसी, इलाहाबाद, फैजाबाद, आज़मगढ़, बरेली, मेरठ, मुज्ज़फरनगर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ, गोरखपुर, सहारनपुर, मथुरा, नॉएडा यहाँ के मुख्य शहर है।
उत्तर प्रदेश का भारतीय एवं हिन्दू धर्म के इतिहास मे अहम योगदान रहा है। उत्तर प्रदेश आधुनिक भारत के इतिहास और राजनीति का केन्द्र बिन्दु रहा है और यहाँ के निवासियों ने भारत के स्वतन्त्रता संग्राम और पाकिस्तान पृथकता आन्दोलन में प्रमुख भूमिका निभायी। इलाहाबाद शहर प्रख्यात राष्ट्रवादी नेताओं जैसे मोतीलाल नेहरू, पुरुषोत्तम दास टन्डन और लालबहादुर शास्त्री का घर था। यह शहर भारत देश के आठ प्रधान मन्त्रियों जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, लालबहादुर शास्त्री, चरण सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह चन्द्रशेखर, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी का चुनाव क्षेत्र भी रहा है। इंदिरा गांधी के पुत्र स्वर्गीय संजय गांधी का चुनाव-क्षेत्र भी यहीं था और वर्तमान में सोनिया गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ रही हैं जबकि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के इतिहास को निम्नलिखित पाँच भागों में बाटकर अध्ययन किया जा सकता है-

(1) प्रागैतिहासिक एवं पूर्ववैदिक काल (६०० ईसा पूर्व तक), (2) हिन्दू-बौद्ध काल (६०० ईसा पूर्व से १२०० ई तक), (3) मध्य काल (सन् १२०० से १८५७ तक), (4) ब्रिटिश काल (१८५७ से १९४७ तक), और (5) स्वातंत्रोत्तर काल (1947 से अब तक).
 प्रागैतिहासिक एवं पूर्ववैदिक काल

उत्तर प्रदेश का ज्ञात इतिहास लगभग ४००० वर्ष पुराना है, जब आर्यों ने अपना पहला कदम इस जगह पर रखा। इस समय वेदिक सभ्यता का प्रारम्भ हुआ और उत्तर प्रदेश मे इसका जन्म हुआ। आर्यों का फ़ैलाव सिन्धु नदी और सतलज के मैदानी भागों से यमुना और गंगा के मैदानी क्षेत्र की ओर हुआ। आर्यों ने दोब (दो-आब, यमुना और गंगा का मैदानी भाग) और घाघरा नदी क्षेत्र को अपना घर बनाया। इन्ही आर्यों के नाम पर भारत देश का नाम आर्यावर्त या भारतवर्ष (भारत आर्यों के एक प्रमुख राजा थे) पड़ा। समय के साथ आर्य भारत के दूरस्थ भागों में फ़ैल गये।
रामायण में वर्णित तथा हिन्दुओं के एक मुख्य भगवान "भगवान राम" का प्राचीन राज्य कौशल इसी क्षेत्र में था, अयोध्या इस राज्य की राजधानी थी। हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान विष्णु के आठवे अवतार भगवान कृष्ण का जन्म उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर में हुआ था। संसार के प्राचीनतम शहरों में एक माना जाने वाला वाराणसी शहर भी यहीं पर स्थित है। वाराणसी के पास स्थित सारनाथ का चौखन्डी स्तूप भगवान बुद्ध के प्रथम प्रवचन की याद दिलाता है।
समय के साथ यह् क्षेत्र छोटे-छोटे राज्यों में बँट गया या फिर बड़े साम्राज्यों, गुप्ता, मोर्या और कुषाण का हिस्सा बन गया। ७वी शताब्दी में कन्नौज गुप्ता साम्राज्य का प्रमुख केन्द्र था।

सन १८५७ में अन्ग्रेज़ी फौज के भारतीय सिपाहियों ने विद्रोह कर दिया। यह विद्रोह एक साल तक चला और अधिकतर उत्तर भारत में फ़ैल गया। इसे भारत का प्रथम स्वतन्त्रता सन्ग्राम कहा गया। इस विद्रोह का प्रारम्भ मेरठ शहर में हुआ। इस का कारण अंग्रेज़ों द्वारा गाय और सुअर की चर्बी से युक्त कारतूस देना बताया गया। इस संग्राम का एक प्रमुख कारण डलहौजी की राज्य हड़पने की नीति भी थी। यह लड़ाई मुख्यतः दिल्ली,लखनऊ,कानपुर,झाँसी और बरेली में लड़ी गयी। इस लड़ाई में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई, अवध की बेगम हज़रत महल, बख्त खान, नाना साहेब, मौल्वी अहमदुल्ला शाह्, राजा बेनी माधव सिंह्, अजीमुल्लाह खान और अनेक देशभक्तों ने भाग लिया।
बीसवीं शती

सन १९०२ में नार्थ वेस्ट प्रोविन्स का नाम बदल कर यूनाइटिड प्रोविन्स ऑफ आगरा एण्ड अवध कर दिया गया। साधारण बोलचाल की भाषा में इसे यूपी कहा गया। सन १९२० में प्रदेश की राजधानी को इलाहाबाद से लखनऊ कर दिया गया। प्रदेश का उच्च न्यायालय इलाहाबाद ही बना रहा और लखनऊ में उच्च न्यायालय की एक् न्यायपीठ स्थापित की गयी।
स्वातंत्र्योत्तर काल

स्वतन्त्रता के बाद १२ जनवरी सन १९५० में इस क्षेत्र का नाम बदल कर उत्तर प्रदेश रख दिया गया। गोविंद वल्लभ पंत इस प्रदेश के प्रथम मुख्य मन्त्री बने। अक्टूबर १९६३ में सुचेता कृपलानी उत्तर प्रदेश एवम भारत की प्रथम महिला मुख्य मन्त्री बनी।
सन २००० में पूर्वोत्तर उत्तर प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्र स्थित गढ़वाल और कुमाऊँ मण्डल को मिला कर एक नये राज्य उत्तरांचल का गठन किया गया जिसका नाम बाद में बदल कर उत्तरांखण्ड कर दिया गया है।
भूगोल
उत्तर प्रदेश भारत के उत्तर पश्चिमी भाग में स्थित है। प्रदेश के उत्तरी एवम पूर्वी भाग की तरफ़ पहाड़ तथा पश्चिमी एवम मध्य भाग में मैदान हैं। उत्तर प्रदेश को मुख्यतः तीन क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है।

उत्तर में हिमालय का क्षेत्र - यह् क्षेत्र बहुत ही ऊंचा-नीचा और प्रतिकूल भू-भाग है। यह क्षेत्र अब उत्तरांचल के अन्तर्गत आता है। इस क्षेत्र की स्थलाकृति बदलाव युक्त है। समुद्र तल से इसकी ऊँचाई ३०० से ५००० मीटर तथा ढलान १५० से ६०० मीटर/किलोमीटर है।
मध्य में गंगा का मैदानी भाग - यह क्षेत्र अत्यन्त ही उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का क्षेत्र है। इसकी स्थलाकृति सपाट है। इस क्षेत्र में अनेक तालाब, झीलें और नदियाँ हैं। इसका ढलान २ मीटर/किलोमीटर है।
दक्षिण का विन्ध्याचल क्षेत्र - यह एक पठारी क्षेत्र है, तथा इसकी स्थलाकृति पहाड़ों, मैंदानों और घाटियों से घिरी हुई है। इस क्षेत्र में पानी कम मात्रा में उप्लब्ध है।
यहाँ की जलवायु मुख्यतः उष्णदेशीय मानसून की है परन्तु समुद्र तल से ऊँचाई बदलने के साथ इसमें परिवर्तन होता है।
साहित्य के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का स्थान सर्वोपरि है. साहित्य और भारतीय सेना दो ऐसे क्षेत्र हैं जिनमे उत्तर प्रदेश निवासी गर्व कर सकते हैं. आदि कवी वाल्मीकि , तुलसीदास , कबीरदास , सूरदास से लेकर भारतेंदु हरिश्चंद्र, आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी, आचर्य राम चन्द्र शुक्ल, प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद , निराला, पन्त, बच्चन, महादेवी वर्मा, मासूम राजा, अज्ञये जैसे इतने महान कवि और लेखक हुए हैं उत्तर प्रदेश में कि पूरा पन्ना ही भर जाये. उर्दू साहित्य में भी बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है उत्तर प्रदेश का. फिराक़, जोश मलीहाबादी, चकबस्त जैसे अनगिनत शायर उत्तर प्रदेश ही नहीं वरन देश की शान रहे हैं. हिंदी साहित्य का क्षेत्र बहुत ही व्यापक रहा है और मानवीय संवेदना और राष्ट्र प्रेम की भावन से ओत-प्रोत रहा है. य़ेद्दपि पक्षपातपूर्ण व्यवहार के चलते हिंदी के साहित्यकारों को नोबेल पुरस्कार नहीं मिला फिर भी उनकी सराहना करना वालो की कोई कमी नहीं है. लुग्गादी साहित्य भी यहाँ खूब पढ़ा जाता है.
संगीत
संगीत उत्तर प्रदेश के व्यक्ति के जीवन में बहुत महतवपूर्ण स्थान रखता हैं यह तीन प्रकार में बांटा जा सकता है १- पारंपरिक संगीत एवं लोक संगीत : यह संगीत और गीत पारंपरिक मौको शादी विवाह, होली, त्योहारों आदि समय पर गया जाता है २- शास्त्रीय संगीत : उत्तर प्रदेश उत्तक्रिष्ठ गायन और वादन की परंपरा रही है. ३- हिंदी फ़िल्मी संगीत एवं भोजपुरी पॉप संगीत : इस प्रकार का संगीत उत्तर प्रदेश में सबसे लोकप्रिय.
 नृत्य
कत्थक उत्तर प्रदेश का एक परिष्कृत शास्त्रीय नृत्य है जो कि हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के साथ किया जाता है। कत्थक नाम 'कथा' शब्द से बना है, इस नृत्य में नर्तक किसी कहानी या संवाद को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत करता है। कत्थक नृत्य का प्रारम्भ ६-७वीं शताब्दी में उत्तर भारत में हुआ था। प्राचीन समय में यह एक धार्मिक नृत्य हुआ करता था जिसमें नर्तक महाकाव्य गाते थे और अभिनय करते थे। १३ वी शताब्दी तक आते-आते कत्थक सौन्दर्यपरक हो गया तथा नृत्य में सूक्ष्म अभिनय एवं मुद्राओं पर अधिक ध्यान दिया जाने लगा। कत्थक में सूक्ष्म मुद्राओं के साथ ठुमरी गायन पर तबले और पखावज के साथ ताल मिलाते हुए नृत्य किया जाता है। कत्थक नृत्य के प्रमुख कलाकार पन्डित बिरजू महाराज हैं। फरी नृत्य, जांघिया नृत्य, पंवरिया नृत्य, कहरवा, जोगिरा, निर्गुन, कजरी, सोहर, चइता गायन उत्तर प्रदेश की लोकसंस्कृतियां हैं । लोकरंग सांस्कृतिक समिति इन संस्कृतियों संवर्द्धन, संरक्षण के लिए कार्यरत है।
लोक कलायें
ब्रज रासलीला
राम लीला
 हस्त शिल्प

सहारनपुर का काष्ठ शिल्प, वाराणसी की साड़ियाँ तथा रेशम व ज़री का काम, लखनऊ का कपड़ों पर चिकन की कढ़ाई का काम, रामपुर का पैचवर्क, मुरादाबाद के पीतल के बरतन आदि
 जनसंख्या
उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा (जनसंख्या के आधार पर) राज्य है। करीब १६ करोड़ की जनसंख्या के साथ उत्तर प्रदेश विश्व का सर्वाधिक आबादी वाला उप राष्ट्रीय इकाई है। विश्व में केवल पांच राष्ट्र चीन, स्वयं भारत, संयुक्त अमरीका, इंडोनिशिया और ब्राज़ील की जनसंख्या प्रदेश की जनसंख्या से अधिक है उत्तर प्रदेश की राज्धानी लखनऊ है । २६२ किलोमीट‍र की दूरी पर बसा है गोरखपुर जिला जो कला का केन्द्र है ' टेराकोटा का काम आज विश्व मे उसकी पह्चान बना दिया ह इस जगह से ५ लोगो को राष्ट्पती पुरुश्कार से स्मान्नीत किया जा चुका है।
 जिले

उत्तर प्रदेश में 70 जिले हैं -

अंबेदकर नगर जिला
आगरा जिला
अलीगढ़ जिला
आजमगढ़ जिला
इलाहाबाद जिला
उन्नाव जिला
इटावा जिला
एटा जिला
औरैया जिला
कन्नौज जिला
कौशम्बी जिला
कुशीनगर जिला
कानपुर नगर जिला
कानपुर देहात जिला (अकबरपुर जिला)
गाजीपुर जिला
गाजियाबाद जिला
गोरखपुर जिला
गोंडा जिला
गौतम बुद्ध नगर जिला
चित्रकूट जिला
जालौन जिला
चन्दौली जिला
ज्योतिबा फुले नगर जिला
झांसी जिला
जौनपुर जिला
देवरिया जिला
पीलीभीत जिला
प्रतापगढ़ जिला
फतेहपुर जिला
फ़र्रूख़ाबाद जिला
फिरोजाबाद जिला
फैजाबाद जिला
बलरामपुर जिला
बरेली जिला
बलिया जिला
बस्ती जिला
बदौन जिला
बहराइच जिला
बुलन्दशहर जिला
बागपत जिला
बिजनौर जिला
बाराबांकी जिला
बांदा जिला
मैनपुरी जिला
महामयानगर जिला (हाथरस जिला)
मऊ जिला
मथुरा जिला
महोबा जिला
महाराजगंज जिला
मिर्जापुर जिला
मुझफ्फरनगर जिला
मेरठ जिला
मुरादाबाद जिला
रामपुर जिला
रायबरेली जिला
लखनऊ जिला
ललितपुर जिला
लखिमपुर खेरी जिला
वाराणसी जिला
सुल्तानपुर जिला
शाहजहांपुर जिला
श्रावस्ती जिला
सिद्धार्थनगर जिला
संत कबीर नगर जिला
सीतापुर जिला
संत रविदास नगर जिला
सोनभद्र जिला
सहारनपुर जिला
हमीरपुर जिला, उत्तर प्रदेश
हरदोइ जिला

उत्तर प्रदेश मे अब जिलो कि संखया ७१,तथा मंन्डल १८ है

भारत में सबसे ज़्यादा जनसंख्या वाला प्रदेश उत्तर प्रदेश है।

उत्‍तर प्रदेश से सर्वाधिक लोक सभा व राज्य सभा के सदस्‍य चुने जाते हैं।

उत्‍तर प्रदेश देश का सबसे अधिक जिलों वाला प्रदेश है।

उत्‍तर प्रदेश में कुल ४०३ विधान सभा सीटे है।

उत्‍तर प्रदेश में स्थित इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय एशिया का सबसे बड़ा उच्‍च न्‍यायालय है।

उत्‍तर प्रदेश का सोनभद्र जिला, देश का एक मात्र ऐसा जिला है जिसकी सीमाएँ सर्व चार प्रदेशों को छूती है।

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